ऑटोमोटिव इंडस्ट्री जब इलेक्ट्रीफिकेशन की तरफ तेज़ी से बढ़ रही है, तब भी हकीकत ये है कि हाइब्रिड कारें खरीदने वालों को ज़्यादा पसंद आ रही हैं और इलेक्ट्रिक गाड़ियों से ज़्यादा बिक रही हैं।
ऐसा तब भी है जब हाइब्रिड कारों के मॉडल बहुत कम हैं। हाइब्रिड कारों की मांग बढ़ने की एक बड़ी वजह मारुति सुजुकी और टोयोटा है।
ज़्यादातर दूसरी ऑटोमेकर कंपनियों के उलट, ये कंपनियाँ इलेक्ट्रिक गाड़ियों की तरफ तेज़ी से नहीं बढ़ रही हैं। मारुति सुजुकी ने इसके बजाय EV, CNG, Bio Fuel और सबसे ज़रूरी, Hybrid कारों पर दांव लगाया है।
असल में मारुति सुजुकी Hybrid गाड़ियों पर बड़ा दांव लगा रही है। इस दांव के पीछे Grand Vitara Hybrid कार को मिल रहे ज़बरदस्त रिस्पॉन्स का हाथ है। Grand Vitara Hybrid में टोयोटा का मशहूर हाइब्रिड पावरट्रेन इंजन दिया गया है।
2023 में Grand Vitara की कुल बिक्री में हाइब्रिड मॉडल का हिस्सा 15 से 20 प्रतिशत रहा। 2023 में लॉन्च हुई Innova Hycross पर आधारित Invicto MPV और 2025 में आने वाली Grand Vitara की तीन-रो वाली वर्जन (Code Y17) से मारुति सुजुकी को हाइब्रिड कार के बाज़ार में और मजबूती मिलेगी।
सबसे बड़ी खबर यह है कि मारुति सुजुकी के हाइब्रिड कारों की बिक्री को तेज़ी से बढ़ाने की बड़ी योजना है। इसके लिए कंपनी Fronx, Baleno, Swift और एक छोटी MPV जैसे पॉपुलर सेगमेंट में हाइब्रिड वैरिएंट लॉन्च करने की तैयारी में है।
ये सब कारें अभी डेवलपमेंट स्टेज में हैं। लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि कंपनी टोयोटा के सीरीज़-पैरेलल हाइब्रिड सिस्टम का इस्तेमाल नहीं करेगी। इसके बजाय, कंपनी अपने इन-हाउस और सस्ते सीरीज़ हाइब्रिड पावरट्रेन को डेवलप कर रही है, जो असल में एक रेंज एक्सटेंडर है।
मारुति सुजुकी का नया Series Hybrid पावरट्रेन (Code HEV) बनाने में सीरीज़-पैरेलल और पैरेलल-ओनली हाइब्रिड से काफी सस्ता होगा।
यही मुख्य वजह है कि कंपनी ने इस रास्ते को चुना है। सीरीज़-पैरेलल और पैरेलल-ओनली हाइब्रिड में एक आईसी इंजन, इलेक्ट्रिक मोटर और बैटरी होती है, जिससे इनकी कीमत ज़्यादा हो जाती है। दूसरी ओर, सरकार ने अभी तक हाइब्रिड कारों को कोई टैक्स बेनिफिट नहीं दिया है।
Electric वाहनों पर सिर्फ 5 फीसदी GST लगता है, जबकि Hybrid कारों पर 43 फीसदी GST लगता है। ये Hybrid कारों की कीमत ज़्यादा होने का एक मुख्य कारण है। लागत कम करने के लिए मारुति सुजुकी ने सॉल्यूशन के तौर पर Series Hybrid को चुना है।
Series Hybrid पावरट्रेन क्या है?
तो Series Hybrid असल में क्या है और इसे बनाने में सस्ता क्यों है? सीरीज़ हाइब्रिड सिस्टम में पेट्रोल इंजन केवल एक जनरेटर या Range Extender की तरह काम करता है। यानी यह सीधे तौर पर गाड़ी को नहीं चलाता, बल्कि Electricity पैदा करता है जो Electric मोटर को पावर देती है।
और इलेक्ट्रिक मोटर गाड़ी के पहियों को घुमाती है। इसलिए, यह अपेक्षाकृत सरल है क्योंकि इलेक्ट्रिक मोटर ही गाड़ी के पहियों को चलाने का एकमात्र स्रोत है – बिल्कुल इलेक्ट्रिक गाड़ियों की तरह। और मोटर को बिजली एक छोटी बैटरी पैक या पेट्रोल इंजन से चलने वाले जनरेटर से मिलती है।
Series Hybrid सिस्टम को Range Extender Hybrid भी कहा जाता है क्योंकि IC Engine Electric गाड़ी की बैटरी पैक को रिचार्ज करने के लिए जनरेटर की तरह काम करता है। निसान नोट एक रेंज एक्सटेंडर सीरीज़ हाइब्रिड वाहन का एक उदाहरण है, जिसका भारत में परीक्षण किया गया था।
Series Hybrid के फायदे
Series Hybrid के कई फायदे हैं जो इसे आम जनता के लिए एक आकर्षक विकल्प बनाते हैं। पहला, IC Engine और पहियों के बीच सीधा मैकेनिकल कनेक्शन नहीं होने से पावरट्रेन का डिज़ाइन सरल हो जाता है। इससे हाइब्रिड सॉल्यूशन की लागत कम हो जाती है, मेंटेनेंस कॉस्ट भी कम हो सकती है और विश्वसनीयता बढ़ सकती है। ये सभी छोटी कारों के लिए ज़रूरी है।
कम मैकेनिकल लॉस के साथ, सीरीज़ हाइब्रिड सिस्टम की बनावट शहर में ड्राइविंग के लिए बेहतर दक्षता प्रदान करती है। ये सिस्टम स्टॉप-एंड-गो ट्रैफिक परिस्थितियों में बेहतरीन काम करता है जो शहरों में आम हैं।
हालांकि, सीरीज़ हाइब्रिड हाइवे पर उतने कुशल नहीं होते हैं, क्योंकि इलेक्ट्रिक मोटर ही प्रोपल्शन का मुख्य स्रोत होती है।
इसलिए लंबी दूरी की ड्राइविंग के लिए, पैरेलल हाइब्रिड हाई स्पीड और लगातार लोड पर अधिक कुशल हो सकते हैं क्योंकि आंतरिक दहन इंजन और इलेक्ट्रिक मोटर दोनों मिलकर गाड़ी को चला सकते हैं।
तो, हालांकि पैरेलल हाइब्रिड गाड़ी चलाने में ज़्यादा अच्छी लगती हैं, लेकिन उन्हें और जटिल ट्रांसमिशन सिस्टम की ज़रूरत होती है ताकि आंतरिक दहन इंजन (आईसीई) और इलेक्ट्रिक मोटर दोनों ही पहियों को अलग-अलग या एक साथ चला सकें। यह जटिलता ही मुख्य कारणों में से एक है कि पैरेलल हाइब्रिड अधिक महंगे हैं।
मारुति सुज़ुकी का हाइब्रिड सिस्टम
मारुति सुज़ुकी की नई HEV-बेस्ड सीरीज की पावर सोर्स एकदम नई Z12E, 3-सिलिंडर इंजन होगी। छोटा Z12E एक 1.5-2kWh बैटरी पैक चार्ज करने या एक इफ़ेक्टिव Electric मोटर चलाने के लिए जेनरेटर की तरह काम करेगा, जो आगे के व्हील चलाती है।
मारुति सुज़ुकी की HEV सीरीज हाइब्रिड पावरट्रेन 2026 में Facelifted Fronx (Code: YTB) में शुरू होगी, जिसके बाद आनेवाली बलेनो (Code: YTA) लांच होगी।
इसी साल की पहली छमाही में लॉन्च होने वाली स्विफ्ट (Code : YEA) के भी एक Hybrid Option के साथ आने की उम्मीद है, हालाँकि 2027 से पहले नहीं। तो तब तक, यह बहुत पॉपुलर हैच पेट्रोल-ओनली मॉडल रहेगी।
HEV सिस्टम के लाइन में आने वाले दूसरे मॉडल हैं- Spacia-बेस्ड कॉम्पैक्ट MPV (Code : YDB) और आने वाली Brezza, जो केवल 2029 में हाइब्रिड पावर के साथ आएगी।
इस दशक के आखिर तक, मारुति सुज़ुकी के आधे से ज़्यादा मॉडल हो सकते हैं और हर साल आठ लाख यूनिट्स की संभावित मात्रा के साथ या उसके कुल वॉल्यूम के 25 प्रतिशत हाइब्रिड टेक्नोलॉजी द्वारा संचालित हो सकता है, जिसमें टोयोटा का 1.5-लीटर पैरलल-हाइब्रिड पावरट्रेन और अपना खुद का HEV 1.2-लीटर सीरीज हाइब्रिड सिस्टम शामिल है।
मारुति सुज़ुकी Hybrid की फ़्यूल एफ़िशिएंसी
एक Series Hybrid में, जैसे इंजन सिर्फ बिजली पैदा करने के लिए चलता है और ड्राइविंग लोड को कभी सीधा नहीं लेता, यह अक्सर प्राइम फ़्यूल-एफ़िशिएंट रेव रेंज में चलता है। इसलिए मारुति की HEV-चालित कारों से 35-40kpl के टेस्ट साइकिल के लिए असाधारण फ़्यूल इकोनॉमी मिलने की उम्मीद है और वह 2027 में सख्त होने वाले भविष्य के CAFE टारगेट को पूरा करने के लिए भी एक मुख्य टेक्नोलॉजी होगी।
सही समय से पहले ही डीज़ल मार्केट से बाहर निकलकर और EV रेस में भी पहली चाल चलने वाले का फ़ायदा खोकर मारुति सुज़ुकी ने अपनी डीज़ल स्ट्रैटेजी को खराब कर लिया हो। मगर हाइब्रिड रेस में, यह चुपचाप आगे निकल रहा है जबकि इसके ज्यादातर प्रतिद्वंद्वियों के पास कोई प्लान भी नहीं है। और इस दशक में, हाइब्रिड रेस सबसे बड़ी जीत हो सकती है।